एमजीएम की कीमती जमीन पर खेल, टेनिस कोर्ट बनाकर कमाएंगा ठेकेदार
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इंदौर ब्यूरो। एमजीएम मेडिकल कालेज की कीमती जमीन का खेल कुछ अधिकारियों ने मिलकर ऐसा जमाया कि उसका लाभ शहर के रहीसों को मिलेगा। चार टेनिस कोर्ट बनेंगे जिनका उपयोग बाहर के लोग ही करेंगे। निजी ठेकेदार अब प्रशिक्षण देकर कमाएंगा और कालेज को नाममात्र का लाभ मिलेगा।
जब देश-प्रदेश में कोरोना का कहर शुरू हो चुका था। देश भर में लॉक डाउन लगा था और सरकार व जिला प्रशासन आम लोगों को संक्रमण से बचाने मेें लगी थी उसी दौरान टेनिस कोर्ट के नाम पर डीन और लोधी ने अरबों रुपए की जमीन का खेल कर दिया। मार्च में ही प्रदेश में सरकार बदली थी और पूरी सरकार सहित जिला प्रशासन कोरोना वायरस से आम लोगों को बचाने के लिए संघर्ष कर रहा था, उसी समय मौके का लाभ उठाकर 30 मार्च 2020 को डीन बिन्दल ने साजिद लोधी के साथ टेनिस कोर्ट का अनुबंध कर लिया।
मप्र के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल के पास की कई एकड़ जमीन को निजी हाथों में देने की तैयारी की गई है। एमजीएम मेडिकल कॉलेज की डीन ने आम लोगों के लिए अस्पताल बनाने का प्रस्ताव बनाने की बजाए अरबों रुपए जमीन का खेल कर दिया। एमजीएम परिसर की इस जमीन पर डीन डॉ ज्योति बिन्दल डॉक्टरों और मेडिकल के छात्रों के लिए टेनिस कोर्ट बनाना चाहती है।
साजिद के लिए डीन ने तय की शर्तें
अक्टूबर 2019 में डीन डॉ ज्योति बिन्दल ने टेनिस कोर्ट बनाने, रखरखाव करने और टेनिस की कोचिंग के लिए साजिद लोधी की एकेडमी का चयन किया था। टेंडर में 9 शर्तें ही ऐसी डाली थी कि इसका सीधा लाभ केवल साजिद लोधी को मिले, क्योंकि देश में अन्य कोच इसे पूरा न कर सकें।
यह है आरोप
सामाजिक कार्यकर्ता अभिजीत पांडे ने मामले में आरोप लगाया कि एमवाय प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल है और इस अस्पताल में हजारों मरीज हर महीने व्यवस्थाओं की कमी के कारण बिना इलाज लिए जबरदस्ती निजी अस्पतालों में जाते हैं। एमजीएम में अरबों रुपए की बेशकीमती जमीन को निजी हाथों में देने की पूरी तैयारी कर ली है।
चार कोर्ट में से एक संस्था को
पांडे ने कहा कि साजिद लोधी और डीन ने मिलकर जमीन का खेल किया है। यहां टेनिस कोर्ट बनाने के लिए सरकारी जमीन को हड़पने का खेल रचा जा रहा है। यहां चार टेनिस कोर्ट बनाए जाएंगे, जिसमें एक कोर्ट डॉक्टर व छात्रों के लिए होगाए बाकी तीन कोर्ट में लोधी अपनी निजी एकेडमी चलाएगा।