13 सीटों पर जीतने की रणनीति तैयार, कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल मंत्री खो सकते है सीट

13 सीटों पर जीतने की रणनीति तैयार, कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल मंत्री खो सकते है सीट

@ the special news

  • भाजपा ने मप्र विधानसभा में सरकार बनाने के लिए कुछ सीटों का किया चयन

इंदौर ब्यूरो। मध्यप्रदेश में उपचुनाव में 27 सीटों में से भाजपा ने अपना ध्यान 13 सीटों पर केंद्रीत किया है। ऐसी सीटों का चयन किया है जिससे चुनाव के बाद जहां सरकार तो बन जाए वहीं अपनी पार्टी के लोगों को मंत्रिमंडल में एडजस्ट भी किया जा सके। ऐसे में कुछ मंत्री उपचुनाव में हारने की संभावना जताई जा रही है।

मप्र में कमलनाथ सरकार गिराने के साथ सिंधिया खेमे के २२ विधायक भी भाजपा में शामिल हो गए थे। सिंधिया ने ऐसे कई अपने खास समर्थकों को मंत्री भी बनवा दिया है। लगातार सिंधिया के बढ़ते वर्चस्व के चलते अब भाजपा में नई रणनीति बनाई जा रही है। 27 सीटों में से भाजपा को तो 13 सीटों ही बहुमत के लिए काफी है। ऐसे में ऐसी सीटों का चयन किया गया है जहां पर पहली बार विधायक बने हो। जो कांग्रेस से भाजपा में आए मंत्रियों की सीटों को उनके ही भरोसे पर छोड़ दिया गया है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए और मंत्रिमंडल में शामिल है उनकी सीटों पर खतरा पैदा हो गया है। जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध कर रहे है वहीं भाजपा कार्यकर्ता भी अब गद्दारी करने वालों को सबक सिखाने के मूड में है। सूत्रों के मुताबिक ऐसे में अधिकतर मंत्रियों की सीटें खतरे में मानी जा रही है। भाजपा भी चाहती है कि अगर ऐसी सीटें जहां पर मंत्री चुनाव लड़ रहे है वहां से हारते है तो मंत्रिमंडल में जगह खाली होगी और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को जगह मिल पाएगी।

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