मनरेगा से खेत में बनाया छोटा तालाब
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- जल स्तर बढ़ेगा, मछली पालन भी करेंगे कुमावत
इंदौर। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत देवास जिला के ग्राम पोलाय जागीर के सीमांत एवं प्रगतिशील किसान लक्ष्मीनारायण कुमावत के खेत में बनाया गया तालाब हाल ही में हुई वर्षा से पूरा भर गया है। लक्ष्मीनारायण खुश हैं कि तालाब में
पानी भर जाने से जल स्तर बढ़ेगा। जिससे आगामी रबी की फ सल के लिए पानी की समस्या नहीं होगी और मछली पालन कर अतिरिक्त आय भी हो सकेगी।
श्री लक्ष्मीनारायण ने मनरेगा के तहत खेत हितग्राही मूलक श्रेणी में खेत तालाब योजना में अपने खेत के किनारे तालाब बनवाया है। करीब 13 हजार वर्ग फु ट जमीन पर बनाए गए तालाब के लिये 2 लाख 88 हजार रुपए की स्वीकृति प्राप्त हुई थी। पिछले दिनों ही उन्होने तालाब का निर्माण रवाया है। उन्होने बताया कि रबी की फ सल के लिए पानी की कमी हो जाती है। अब तालाब बन जाने से रबी की फ सल के लिये पानी की पूर्ति होने के साथ मत्स्य पालन कर अतिरिक्त आय भी होने की पूरी पूरी आशा है। उन्होने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र और मात्स्यिकी विभाग से मछली की जानकारी प्राप्त कर ली है और अगस्त माह में वे मछली की चार, पांच प्रजाति के बीज तालाब
में डालेंगे।
कुमावत ने बताया कि इसके पहले वे पानी की गुणवत्ता की प्रयोगशाला में जांच करवाएंगे तथा उसी के बाद वे मात्स्यिकी विभाग की सलाह के अनुसार अनुशंसित प्रजाति की मछलियों के बीज तालाब में डालेंगे। श्री लक्ष्मीनारायण बताया कि मनरेगा से तालाब के निर्माण होने से वे बेहद
खुश हैं। उनके पास करीब पौने दो हेक्टेयर जमीन है। रबी की फसल के लिए पानी की कमी का सामना करना पड़ता है। अब उन्हें पूरी उम्मीद है कि तालाब बन जाने से जल स्तर जरूर बढ़ेगा और रबी की फसल के लिए पानी की आपूर्ति इस तालाब से भी हो सकेगी। कुमावत का मानना है कि किसानों की आय को दोगुना करना है तो वैज्ञानिक तरीके से कृषि करने के साथ सहायक कार्य जैसे पशुपालन, मछली पालन आदि व्यवसाय करने ही होंगे।