दस्तक अभियान से मिला रूहानी को नया जीवन

खण्डवा/ छोटे बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़े दस्तक अभियान से बच्चों को काफी लाभ मिल रहा है । दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले परिवारों के ५ वर्ष से कम उम्र के बच्चों में दस्तक अभियान स्वास्थ्य व जागरूकता की अनोखी मिसाल बन रहा है । मध्यप्रदेश में इन दिनों दस्तक अभियान लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण एवं महिला व बाल विकास विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है। छैगांवमाखन विकासखण्ड के ग्राम सुरगांव जोषी निवासी श्री षषिकांत व श्रीमती कीर्ति की पुत्री कु. रूहानी के लिए दस्तक अभियान वरदान सिद्ध हुआ है। दस्तक अभियान के तहत जब ग्राम सुरगांव जोशी में स्वास्थ्य कार्यकर्ता श्रीमती सुनिता पंचौरे, आशा कार्यकर्ता श्रीमती प्रमिला नामदेव, श्रीमती हरकु पटेल आंगनवाडी कार्यकर्ता घर-घर जाकर जन्म से लेकर पॉच वर्ष तक के बच्चों की जांच कर रहे थे, तभी वे शशिकांत के घर पहुंचे तो पाया कि उसकी बेटी रोहनी जो कि 4 वर्ष की हो चुकी थी, लेकिन अत्यंत कमजोर दिखाई दे रही थी तथा उसके खून में हीमोग्लोबिन स्तर की जांच करने पर मात्र 4 ग्राम हीमोग्लोबिन पाया गया। मामले की गंभीरता समझते हुए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने शशीकांत व उसकी पत्नि कीर्ति को समझाइश दी कि बेटी रूहानी को जिला अस्पताल भर्ती करवा दे, तो खून चढ़ाकर उसके हीमोग्लोबिन का स्तर सुधारा जा सकता है।

बच्ची के माता पिता ने दल की बात तुरंत मान ली और उसे 108 जननी वाहन से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र छैंगांवमाखन में लाकर उनकी पुनः जॉच कर, एच.बी. कम होने पर उन्हें चिकित्सक द्वारा जननी 108 वाहन से जिला अस्पताल रैफर किया गया । जिला अस्पताल में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. भूषण बाण्डे ने बच्ची की जांच कर उसे भर्ती करवाकर रूहानी को दो यूनिट ब्लड चढाकर उन्हें दो दिवस अस्पताल में उपचार करने के पश्चात् स्वस्थ्य होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया। अब रूहानी अपने घर पर स्वस्थ्य है। जिला चिकित्सालय में डॉ. बाण्डे ने रूहानी के माता पिता को समझाया कि उसे घर पर पोष्टिक आहार व आयरन युक्त पदार्थ खिलाये जायंे, ताकि उसके हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता रहे। अब रूहानी पूर्णतः स्वस्थ्य है तथा उसके माता पिता कहते है कि दस्तक अभियान की बदौलत उनकी बेटी की समय पर जांच हो गई जिससे वह अब वह बिल्कुल ठीक हो गई है।

Share this story