मैडिटेशन यानि ध्यान करते हैं तो यह जरूर करें

द स्पेशल न्यूज़// दिल्ली ब्यूरो// आजकल प्रतिरोधक क्षमता की बहुत बात हो रही है और कोरोनाकाल में घर पर रहने व अन्य कारणों से उदासी या अवसाद की शिकायत लेकर अक्सर लोग विशेषज्ञ के पास तो जाते ही हैं। पर साथ ही योगाचार्यों से भी परामर्श जरूर लेते हैं।  

 

अक्सर योगाचार्य ध्यान या मैडिटेशन की सलाह देते हैं। और लोग उनका अनुपालन भी करते हैं। प्रसिद्ध गुरु श्री श्री रवि शंकर जी का विचार ऐसी अवस्था होने पर ध्यान(मैडिटेशन) करने के साथ और भी महत्वपूर्ण पहलू पर ले जाता हैं। 
श्री श्री रवि शंकर जी कहते हैं कि ध्यान(मैडिटेशन) के लिए काफी देर तक बैठने पर थोड़ा शरीर का मूवमेंट भी जरुरी है । ध्यान(मैडिटेशन) के साथ-साथ उनके संस्थानों में योगासन व शरीर की एक्सरसाइज पर भी काफी जोर दिया जाता है और इन्हे भी शामिल करना बेहद लाभप्रद है। इससे व्यक्ति को ध्यान(मैडिटेशन) में भी सहायता मिलती है । 
 
शरीर के टॉक्सिन्स को बाहर करने के लिए शरीर का मूवमेंट यानि एक्सरसाइज तो जरुरी है। शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकलने पर शरीर में व्याधियां होने की सम्भावना भी कम हो जाती हैं । फिजिकल मूवमेंट और एक्सरसाइज के महत्व को श्री श्री रवि शंकर जी ध्यान(मैडिटेशन) के ऊपरी लेवल तक ले जाने में मददगार मानते हैं।

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