महाकाल की भस्म, 1000 हजार साल की हवन की मिट्टी अयोध्या भेजी

महाकाल की भस्म, 1000 हजार साल की हवन की मिट्टी अयोध्या भेजी

@ the special news

इंदौर ब्यूरो। बुधवार को होने वाले राम मंदिर निर्माण के भूमिपूजन में कोरोना संक्रमण के कारण केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार ने मात्र 200 लोगों को ही आमंत्रित किया है। इसके बाद भी मालवा में उत्साह है। इंदौर से भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और विधायक रमेश मेंदोला सहित कई लोगों ने मंदिर निर्माण के लिए 11 किलो चांदी की शिला अयोध्या भेजी है। शनिवार को यह शिला अयोध्या के लिए रवाना की। वहीं धार में भोजशाला में एक हजार साल पुरानी हवन की मिट्टी भी भेजी है।
वहीं भूमि पूजन के लिए बारह ज्योर्तिलिंग में से श्रेष्ठ माने जाने वाला भगवान महाकाल मंदिर से भस्म भेजी गई है। विश्व हिंदू परिषद ने महाकालेश्वर भगवान पर चढऩे वाली भस्म को भूमि पूजन के लिए विशेष से अयोध्या भेजा है।मप्र में प्रतापी राजा भोजराज द्वारा बनाई गई भोजशाला की पवित्र मिट्टी और धार के पवित्र सरोवरों का जल भी भेजा गया है। राम मंदिर निर्माण के लिए भोज उत्सव समिति व हिंदू जागरण मंच के कई कार्यकर्ता धार नगरी के पवित्र सरस्वती कुंड का पवित्र जल के साथ भोजशाला के पवित्र हवन कुंड की मिट्टी व कलश लेकर अयोध्या रवाना हुए। उल्लेखनीय है कि भोजशाला में पिछले 1000 वर्षों से सतत यज्ञ और हवन होता आया है। इससे यहां की पवित्र मिट्टी भेजी गई है।

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