कोरोना काल में ठेकेदारों पर बिजली कंपनी की मार


ठेकेदारों से जमानत के लिए ली जाने वाली एफडी की राशि की दो गुना

@ the special news.com

इंदौर। पिछले 3 महीने से कोरोना के चलते पहले ही कारोबारों एवं उद्योगों की हालत अच्छी नहीं है वहीं दूसरी तरफ सरकार और सरकारी कंपनियों की मनमानी ने उन्हें और पीछे धकेलने का काम कर रही है। अब बिजली कंपनी ने यह राशि दो गुना करते हुए सीधे बीस लाख रूपए कर दी है।

 बिजली कंपनियों के लिए ट्रांसफार्मर मरम्मत का काम करने वाली ठेकेदार फर्मो के साथ बिजली कंपनियां मनमानी पर उतारू है। बिजली कंपनी द्वारा पहले ट्रांसफार्मर मरम्मत का काम करने वाली कंपनियों से 5 लाख की एफडी ली जाती थी जिसे 2 साल पहले दस लाख रुपए कर दिया था जबकि अब बिजली कंपनी ने यह राशि दो गुना करते हुए सीधे बीस लाख रूपए कर दी है। इस विपरीत परिस्थिति में एक और जहां मरम्मत का कार्य करने वाली ठेकेदार फर्म को अपने कर्मचारियों के वेतन भत्ते के साथ काम के लिए लगने वाली वस्तुओं का खर्च उठाना ही भारी पड़ रहा है, वही बिजली कंपनियों बिजली कंपनी की तानाशाही उन्हें भारी पड़ रही है। बिजली कंपनी द्वारा सौ ट्रांसफार्मर की मरम्मत के लिए ली जाने वाली जमानत राशि दो गुनी कर बीस लाख रूपए कर दी है जिसका ठेकेदार विरोध कर रहे हैं। ज्ञात रहे कि हाल ही में हुए टेंडर के अनुसार रिपेयरिंग का काम करने वालों को यह राशि जमा करना है। 6 साल में 4 गुना हुई एफडी की राशिबिजली कंपनियों द्वारा ट्रांसफार्मर सुधारने का काम करने वाली ठेकेदार फर्मो से 2014 तक पांच लाख की एफडी ली जाती थी, जिसे 2018 में बढ़ाकर 10 लाख कर दिया था। अब यह राशि बढ़ाकर 20 लाख  कर दी गई है।आयोग ने नहीं बढ़ाई दरेंबिजली कंपनियों द्वारा हाल ही में जारी किए गए टेंडरों में कुछ शर्तों में बदलाव किया है जिसके अनुसार 10 लाख की जमानत राशि को बढ़ाकर 20 लाख कर दिया है। यह निर्णय प्रदेश सरकार के ऊर्जा विभाग और बिजली कंपनियों द्वारा ही लिया गया है इसमें विद्युत नियामक आयोग का हस्तक्षेप नहीं है। राशि बिजली कंपनी द्वारा बढ़ाई गई है।

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