आचार्यश्री विद्या सागर महाराज का चातुर्मास इंदौर में

आचार्यश्री विद्या सागर महाराज का चातुर्मास इंदौर में

इंदौर का दुर्भाग्य बना सौभाग्य, संक्रमण काल के चलते श्रुत पंचमी से नहीं किया विहार

इंदौर। आचार्यश्री विद्यासागर महाराज का चातुर्मास इंदौर में होने की पूरी संभावना है। इंदौर का दुर्भाग्य सौभाग्य बन गया है। संक्रमण काल के चलते जहां श्रुत पंचमी को कई संतों ने विहार नहीं करते हुए जहां पर विराजमान है वहीं पर चातुर्मास करने का निर्णय लिया।
पूरे देश में विराजमान संत-महात्मा, साधु-साध्वी जुलाई माह में चातुर्मास स्थापना की दृष्टि से विहाररत है, जहां कोरोना महामारी का प्रकोप नहीं है या कम है। कई मार्ग व क्षेत्र वर्तमान में संक्रमण की वजह से आवागमन के लिए प्रतिबंधित थे और अनलॉक होने के बाद भी फिलहाल सुरक्षित नहीं है। वहीं सामूहिक आयोजन फिलहाल निषेध है। दूरी बनाकर बैठना, बाहरी भोजन का परित्याग, निरंतर शासन-प्रशासन के निर्देशों का पालन व स्थानीय व्यवस्थाओं में स्वयं को समाहित करना होगा। सभी नियमों को संतो को भी पालन करना होगा। वैसे शासन ने संतों के आवागमन पर छूट देते हुए सुरक्षा मुहैया करवाने के निर्देश भी दिए लेकिन कुछ ही संतों ने विहार करने में रूचि दिखाई है। सूत्रों की माने तो संत इस बार जहां विराजमान है वहीं पर अपना चातुर्मास करेंगे। इसके चलते आचार्यश्री विद्यासागर महाराज का भी चातुर्मास इंदौर में ही होने की संभावना है।
दूसरों को दी सीख,तीर्थोदय में लगाई रोक
आचार्यश्री ने कोरोना के संक्रमण काल में सांवेर स्थित तीर्थोधाम प्रतिभा स्थली पर ताला लगाकर देशभर से आने वाले भक्तों पर रोक लगा दी थी। किसी को अंदर तो किसी को भी बाहर जाने की अनुमति तक नहीं दी। जब तक संक्रमण रहेगा न तो वे यहां से विहार करेंगे और न ही किसी को धाम में अंदर आने देंगे।

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