प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड ने "मैसर्स ओम बनाना क्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड, मदुरै" को अभिनव परियोजना के लिए 18.08 लाख रुपये की वित्तीय सहायता

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विशेष साक्षात्कार

द स्पेशल न्यूज़// नयी दिल्ली ब्यूरो// जमीनी स्तर पर नवाचार और सतत कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देने जैसा मह्त्वपूर्ण कार्य प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड (टीडीबी) करता है।  हाल ही में  मैसर्स ओम बनाना क्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड, मदुरै को अभिनव परियोजना के लिए 18.08 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी है। संस्था के कार्य पर विस्तृत बात की हमारे संवाददाता ने -

 संवाददाता - केले के अपशिष्ट में क्रांति क्या दर्शाती है ?  


 श्री मुरुगेसन: केले के पौधे के बाहरी आवरण अक्सर बेकार चले जाते हैं। हमने रिसर्च कर केले के कचरे में अप्रयुक्त क्षमता को पहचानते हुए केले के फाइबर निष्कर्षण और रस्सी बनाने के लिए एक यंत्रीकृत प्रक्रिया विकसित की। यह कठिन जरूर था मगर दृढ़ प्रयास से न केवल श्रमसाध्य प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करता है, बल्कि उत्पादन में भी बहुत वृद्धि करता है, एक स्थायी और पर्यावरण के अनुकूल पहल में योगदान देता है।

 

संवाददाता - ओम बनाना क्राफ्ट किस तरह से कृषि के स्वरुप को बदलने का प्रयास कर रहा है और कैसे इससे आम किसान को लाभ मिल रहा है ?

 

श्री मुरुगेसन :  संस्था जमीनी स्तर पर किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करता है, केले की खेती कर रहे किसान केले के अपशिष्ट का एक यंत्रीकृत समाधान देता है। संस्था द्वारा अब पेटेंट की गई "केला फाइबर प्रसंस्करण मशीन और इसकी संचालन विधि" श्रम प्रक्रिया को आसान बनाने, रस्सी उत्पादन को बढ़ावा देने और केले के आवरण से अतिरिक्त उत्पाद प्राप्त करने की प्रतिबद्धता को प्रमाणित करती है।

 


संवाददाता - इनोवेटिव केला फाइबर एक्सट्रैक्शन प्रोजेक्ट के लिए टीडीबी-डीएसटी ने किस आधार पर आपकी संस्था का चयन किया और कितनी राशि प्रदान की है ? 


श्री मुरुगेसन : यह सबको पता है की टीडीबी उन सभी पहलों व नवाचार का समर्थन करता है जो न केवल तकनीकी प्रगति को आगे बढ़ाता है, बल्कि किसानों और ग्रामीण समुदायों के जीवन को सकारात्मक रूप से व तकनिकी तौर पर कृषि प्रसंस्करण को सरल करता हैं, जो कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने के सरकार के दृष्टिकोण को दर्शाता है। "ओम बनाना क्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड" को इनोवेटिव केला फाइबर एक्सट्रैक्शन प्रोजेक्ट के लिए टीडीबी-डीएसटी ने हाल ही में 18.08 लाख रुपये की धनराशि प्राप्त हुई ।  

 


 

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