कोरोना संक्रमण इंदौर में बढ़ा, फिर तैयारी में जुटे
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- सक्षम मरीजों के लिए बड़े अस्पतालों में 15 प्रतिशत बेड करवाएं आरक्षित, खुद को कराना होगा इलाज
इंदौर। लॉक डाउन खुलने के बाद अब फिर से कोरोना संक्रमण के मरीज बढऩे के बाद भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव के लॉक डाउन लगाने के विरोध के चलते अब प्रशासन ने नई रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। प्रशासन ने अब संक्रमित लोगों को उनके खर्च पर शहर के बड़े अस्पतालों में अपने खर्च पर इलाज करवाने के लिए बेड आरक्षित करने का काम शुरू कर दिया है।
कोरोना के लिए प्रशासन ने नए सिरे से तैयारी शुरू कर दी है अब लोगों को को क्वारेंटाइन सेंटर भेजने की जगह होम क्वारेंटाइन किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ निजी अस्पतालों में भी कोरोना के उपचार के लिए कुछ बेड आरक्षित किए जाएंगे। इसका भुगतान मरीज को करना होगा लेकिन प्रशासन की अनुशंसा पर कोविड-19 के लिए अस्पतालों में जगह आरक्षित रखी जाएगी।
कोविड-19 के मरीज पिछले 20 दिनों से लगातार बढ़ते जा रहे हैं इसको लेकर कई तरह की बातें की जा रही है लेकिन प्रशासन अपना काम कर रहा है और इससे निपटने की नए सिरे से तैयारी भी शुरू कर दी है अब चार प्रमुख अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों में भी कोविड-19 कुछ बेड आरक्षित किए जाएंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के सभी प्रमुख अस्पतालों में 15 प्रतिशत बिस्तर कोविड-19 मरीजों के लिए रहेंगे। कलेक्टर ने अस्पतालों की व्यवस्था बिजली कंपनी के सीजीएम संतोष टैगोर को दी है एक-दो दिन में सभी अस्पतालों से बात कर कोरेाना के मरीजों के लिए बेड आरक्षित करवा लिए जाएंगे। कितने अस्पतालों में कितने मरीजों के लिए यह व्यवस्था रहेगी इस संबंध में जल्द ही स्पष्ट हो जाएगा। प्रशासन संभवत सोमवार तक इन अस्पतालओं की सूची भी जारी करेगा और शहर के करीब दो सौ अस्पतालों में 1500 से अधिक मरीजों के लिए अलग से वार्ड आरक्षित रहेंगे। अफसरों का कहना है कि प्रशासन केवल ईलाज के लिए सुविधा उपलब्ध करवा रहा है हांलाकि भुगतान ईलाज करवाने वाले मरीज को ही करना होगा।