करोड़ों की जमीन के नहीं मिले दस्तावेज
एक कर्मचारी के सहयोग से खन्ना ने बैतूल में खरीदी 600 बीघा जमीन
इंदौर। करोड़ों की काली कमाई करने वाले खनिज अधिकारी प्रदीप खन्ना पर भ्रष्टाचार के आरोप में लोकायुक्त ने छापामार कार्रवाई की इस दौरान बड़ी मात्रा में काली कमाई सामने आई लेकिन दिनभर की जांच में भी खन्ना की एक जमीन लोकायुक्त के हाथ नहीं लगी।
खनिज विभाग में सेवारत रहते हुए खन्ना ने प्रकृति का सत्यानाश कर खूब धन कमाया, खनिज माफियाओं के साथ शराब पार्टियों में शामिल तथा उनके साथ घरेलू संबंध रखने वाले खन्ना ने अपनी नौकरी में रहते हुए इतनी संपत्ति कमाई कि हिसाब लगाना मुश्किल है। कल भी लोकायुक्त की कार्रवाई के दौरान खन्ना को पटेल नगर के लैट, माउंटबर्ग कॉलोनी में बंगला, भोपाल और जबलपुर में बंगले की जानकारी सहित सोना, चांदी, नगद तथा बैंक खाते तो मिले, लेकिन विभाग के एक कर्मचारी की सहायता से बैतूल जिले में खरीदी गई जमीन की संबंध में कोई जानकारी लोकायुक्त के हाथ नहीं लगी है। सूत्र बताते हैं कि खनिज विभाग में ही मूल रूप से बैतूल का रहने वाला एक कर्मचारी है, जिसके सहयोग से इंदौर भोपाल संभाग से बाहर बैतूल में 600 बीघा जमीन खरीदी है।
डामोर और शर्मा की भूमिका भी संदिग्ध
अवैध खनन के मामले में पिछले 2 साल से विवाद में चल रहे हैं खन्ना के साथ पूरी टीम कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही थी। खन्ना के एक खास लोगों में शामिल खनिज विभाग के जीएस डामोर और प्रभा शर्मा की भी अवैध खनन को संरक्षण देने में भूमिका है। इनकी भी जांच की जाए तो कई मामले सामने आएंगे।