मिट्टी-गोबर से बने वैदिक गणेश विराजेंगे घर-घर

मिट्टी-गोबर से बने वैदिक गणेश विराजेंगे घर-घर

@ the special news

  • वैदिक गणेश बिक्री केंद्र शुरू, आत्मनिर्भर भारत की दिशा में सासंद शंकर लालवानी का बड़ा कदम
    इंदौर ब्यूरो। प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत की दिशा के साथ ही पर्यावरण संरक्षण की ओर कदम बढ़ाते हुए इस बार मिट्टी व गोबर के वैदिक गणेश घर-घर में विराजेंगे। राजबाड़ा पर बिक्री केंद्र की शुरुआत भी की गई है।
    सांसद शंकर लालवानी स्वदेशी के मन्त्र को साकार करने में लगे हैं। स्वदेशी सांसद राखी के बाद अब लालवानी ने इको फ्रें डली वैदिक गणेश के बिक्री केंद्र का शुभारंभ किया है। ये गणेश प्रतिमाएं पर्यावरण के अनुकूल है और मिट्टी, गोबर से इसे बनाया गया है। साथ ही इसमें तुलसी के बीज, गंगाजल डालकर शास्त्रोक्त तरीके से बनाया गया है।

सांसद लालवानी ने शुभारंभ पर कहा कि ये गणेश वैदिक तरीके से बनाए गए हैं और पूर्णत: पर्यावरण के अनुकूल हैं। इनमें मिट्टी- गोबर के अलावा प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल किया गया है। सांसद ने कहा कि इन गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन भी घर पर ही गमले में या बगीचे में किया जा सकता है और बाद में पौधों के रुप में श्रीगणेश का आशीर्वाद मिलता रहेगा।

ये प्रतिमाएं स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा बनाया गया है तथा गणेश प्रतिमा बनाने वाली महिलाओं को प्रशिक्षण भी दिया गया ताकि इससे उनकी भी आय हो सके। लोक संस्कृति मंच के बैनकर तले आयोजित इस कार्यक्रम में महिलाओं को प्रशिक्षण एकता मेहता ने दिया। इस अभियान में सतीश शर्मा, पंकज फतेहचंदानी, विशाल गिदवानी, बंटी गोयल, कमल गोस्वामी, नरेश फुंदवानी, कपिल जैन एवं कृष्णकांत व्यास का विशेष सहयोग रहा।

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